⚜ श्री पुरुषोत्तम देव की आरती ⚜
हिंदी
जय पुरुषोत्तम देवा, स्वामी जय पुरुषोत्तम देवा।
महिमा अमित तुम्हारी, सुर-मुनि करें सेवा॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥
सब मासों में उत्तम, तुमको बतलाया।
कृपा हुई जब हरि की, कृष्ण रूप पाया॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥
पूजा तुमको जिसने सर्व सुक्ख दीना।
निर्मल करके काया, पाप छार कीना॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥
मेधावी मुनि कन्या, महिमा जब जानी।
द्रोपदि नाम सती से, जग ने सन्मानी॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥
विप्र सुदेव सेवा कर, मृत सुत पुनि पाया।
धाम हरि का पाया, यश जग में छाया॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥
नृप दृढ़धन्वा पर जब, तुमने कृपा करी।
व्रतविधि नियम और पूजा, कीनी भक्ति भरी॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥
शूद्र मणीग्रिव पापी, दीपदान किया।
निर्मल बुद्धि तुम करके, हरि धाम दिया॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥
पुरुषोत्तम व्रत-पूजा हित चित से करते।
प्रभुदास भव नद से सहजही वे तरते॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥
English
Jai Purushottam Deva, Swami Jai Purushottam Deva।
Mahima Amit Tumhari, Sur-Muni Kare Seva॥ Jai Purushottam Deva॥
Sab Maaso Me Uttam, Tumako Batlaya।
Kripa Hui Jab Hari Ki, Krishna Roop Paya॥ Jai Purushottam Deva॥
Puja Tumako Jisane Sarva Sukkha Dina।
Nirmal Karke Kaya, Paap Chhar Kina॥ Jai Purushottam Deva॥
Medhavi Muni Kanya, Mahima Jab Jaani।
Dropadi Naam Sati Se, Jag Ne Sanmani॥ Jai Purushottam Deva॥
Vipra Sudev Seva Kar, Mrit Sut Puni Paya।
Dham Hari Ka Paya, Yash Jag Me Chhaya॥ Jai Purushottam Deva॥
Nrip Dridadhanva Par Jab, Tumane Kripa Kari।
Vratvidhi Niyam Aur Puja, Kini Bhakti Bhari॥ Jai Purushottam Deva॥
Shudra Manigriva Paapi, Deepdan Kiya।
Nirmal Buddhi Tum Karke, Hari Dham Diya॥ Jai Purushottam Deva॥
Purushottam Vrat-Puja Hit Chit Se Karte।
Prabhudas Bhav Nad Se Sahajhi Ve Tarte॥ Jai Purushottam Deva॥